ई-अन्नदाता कार्ड धारक किसानों को अब मिलेेगा किसान सम्मानित पहचान, कैंटीन की सुविधा एवं अन्य योजनाओं का लाभ
ई-अन्नदाता कार्ड धारक किसानों को अब मिलेेगा किसान सम्मानित पहचान, कैंटीन की सुविधा एवं अन्य योजनाओं का लाभ
गाजीपुरः ई-अन्नदाता वेलफेयर एण्ड डेवलपमेंट इण्डिया लिमिटेड द्वारा अब उन्हीं किसानों को सम्मानित पहचान एवं अन्य योजनाओं का लाभ दिया जा सकता है जिनके पास ई-अन्नदाता कार्ड मौजूद होगा। इसके लिए ई-अन्नदाता के सभी कर्मचारियों को डायरेक्टर तथा मास्टर ट्रेनर द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। बताया कि पूरे देश में आधार कार्ड की तर्ज पर अब किसानों का ई-अन्नदाता कार्ड बनाए जाएंगे। ई-अन्नदाता कार्ड बनवाने के लिए किसान का आधार नम्बर, खसरा नम्बर आदि का पूरा विवरण दर्ज होगा। इसी नंबर से किसान का पूरा विवरण देखा जा सकता है।
किसान सम्मानित पहचान के द्वारा किसानों को डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचा विकसित करने की योजना के तहत ई-अन्नदाता कार्ड का रजिस्ट्रेशन शुरू हो चुका है। इसमें ई-अन्नदाता वेलफेयर एण्ड डेवलपमेंट इण्डिया लिमिटेड की ओर से तैयार कराए गए ऑफिशियल वेबसाइट www.eAnnadata.in पर हर किसान का विवरण पूरी तरह दर्ज किया जा रहा है। इसके लिए देश के हर गांव के ई-अन्नदाता केयर सेन्टरों को कर्मचारियों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है तथा एक कार्ड बनाने पर ई-अन्नदाता केयर सेंटरों को 19 से 27 रुपए मिलेगा।
अब किसान अपने ही गांव के नजदीकी ई-अन्नदाता केयर सेन्टरों पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करा सकते है। केयर सेन्टरों पर किसान अपना नाम, पिता का नाम, खतौनी संख्या, मोबाईल नंबर, आधार नंबर, फोटो एवं बैंक पासबुक का विवरण देकर ई-अन्नदाता के वेबसाइट www.eAnnadata.in पर अपना रजिस्ट्रेशन करायेगा। इसके लिए सबसे पहले किसान के सत्यापन के लिए उसके मोबाइल पर OTP भेजा जाता है, किसान के OTP बताने पर ही उसका रजिस्ट्रेशन पूर्ण किया जा सकेगा। इसके बाद किसान के मोबाइल पर किसान यू0आई0डी0 जनरेट हो जाएगी। इस नंबर के जरिए ही किसानों को खुद की एक नई पहचान मिलेगी। इसके साथ ही ई-अन्नदाता कार्ड धारकों को जैविक एवं प्राकृतिक खेती के लिए लाइसेंस, मिलेट्स संवर्धन, अन्नदाता आश्रित बेरोजगारी उन्मूलन अभियान, ई-अन्नदाता गरीबी उन्मूलन अभियान, ई-अन्नदाता अद्वितीय चिकित्सकीय परामर्श अभियान, उद्यम भारत अभियान (हर घर उद्यम), उद्यमिनी (उद्यमी नारी- सशक्त नारी), ई-अन्नदाता मंडी (फसल संवर्धन) कार्यक्रम, ई-अन्नदाता सम्मान मेला, बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंस सर्विस, इंट्रीग्रेटेड कॉल सेंटर एण्ड फार्मर ग्रीवेंस, ई-अन्नदाता कैंटीन, मौसम पूर्वानुमान, घर का अधिकार (राइट-टू-होम), सरकारी नौकरी वाला डॉट कॉम जैसी बहुत सी योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है।
ई-अन्नदाता के डायरेक्टर ने बताया कि अब ‘किसान सम्मानित पहचान से मिलने वाले कार्ड नंबर से ही किसानों को कैंटीन की सुविधा एवं अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सकेगा’। ई-अन्नदाता के किसी भी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए ई-अन्नदाता कार्ड होना अति आवश्यक है कार्ड न होने पर उन्हें किसी भी प्रकार की योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकता है। उन्होंने सभी किसानों का आवाहन करते हुए कहा कि अधिक से अधिक किसान भाई ई-अन्नदाता कार्ड जरूर बनवाएं और सुविधाओं का लाभ उठाएं।
ई-अन्नदाता कार्ड का मुख्य उद्देश्य किसानों व उनके परिवारजनों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराना और उनतक ई-अन्नदाता के योजनाओं का पूरा लाभ पहुँचाना है। जिससे आने वाले आजादी के शताब्दी वर्ष 2047 तक किसान स्वयं को किसान होने पर गौरव की अनुभूति कर सके।
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